लॉकडाउन में बेबसी का उठा रहे फायदा, रेट तय फिर भी हो रही मुनाफाखोरी

लॉकडाउन में बेबसी का उठा रहे फायदा, रेट तय फिर भी हो रही मुनाफाखोरी


 


कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन में जमाखोरी और मुनाफाखोरी पर प्रशासन लगाम नहीं लगा पा रहा है। जिला प्रशासन लाख दावे करे, लेकिन गुरुवार को भी आम लोगों की मजबूरी का फायदा उठाया गया और जरूरी वस्तुओं के मनमाने दाम वसूले गए। यह स्थिति तब है जब बुधवार को ही 21 आवश्यक वस्तुओं के दाम तय कर दिए गए थे। लेकिन आपूर्ति विभाग की हीलाहवाली के कारण इसका लाभ आम उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा। 


चावल, आटा, आलू, टमाटर, चीनी, अरहर दाल, सरसों तेल के लिए डेढ़ से दोगुनी कीमतें वसूली गईं। लंका पर पांच किलो आटा 193 रुपये तक बिका, वहीं चावल 80 से 90 रुपये किलोग्राम बेचा गया, जबकि मोटा चावल 27 रुपये तय किया गया है। लेकिन दुकानों पर बासमती के नाम पर कम गुणवत्ता वाले चावल भी ऊंचे दामों पर बेचे गए। अस्सी में 35 रुपये, शिवाला में 40 रुपये, प्रह्लादघाट में 45 रुपये प्रति किलोग्राम आटा बिका, जबकि सरकारी मूल्य सूची में एक किलोग्राम आटा की कीमत 26 रुपये तय की गई है।


कबीरचौरा में 60 रुपये प्रति किलोग्राम टमाटर, 40 रुपये पाव हरी मिर्च, लहुराबीर पर 35 और 40 रुपये किलो आलू बिका। सरसों तेल का दाम भी 115 रुपये प्रति लीटर तय है, लेकिन दुकानों पर एमआरपी से भी ज्यादा कीमत वसूली गई और 140 रुपये लीटर तक तेल बिका। खुले में सरसों के तेल का दाम भी मनमाना वसूला गया।
लंका निवासी शुभलक्ष्मी ने बताया कि दुकानों पर मनमाने दाम वसूले जा रहे हैं। चावल, आटा, दाल सभी के दाम बढ़ा दिए गए हैं।  सामनेघाट निवासी एडवोकेट राधेश्याम यादव ने बताया कि इस कठिन परिस्थिति में भी लोगों की मजबूरी का फायदा उठाया जा रहा है। प्रशासन को ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। बाजार में जरूरी वस्तुओं के दाम बढ़ा दिए गए हैं।


प्रह्लादघाट निवासी आनंद अग्रवाल और रानीपुर निवासी भारतेंदु सिंह ने कहा कि 150 रुपये किलोग्राम हरी मिर्च, 35 से 40 रुपये किलोग्राम आटा, 60 रुपये किलोग्राम टमाटर बिक रहा है। एडीएम सप्लाई नलिनीकांत सिंह ने बताया कि गुरुवार को भी कालाबाजारी की शिकायतें आई हैं। दुकानदारों की सूची तैयार करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शुक्रवार को तय मूल्य सूची का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाएगा। 


मास्क पर खूब कमा रहे मुनाफा
देशभर में मास्क के दाम तय होने के बावजूद दवा दुकानदार इसे महंगे में बेच रहे हैं। भोजूबीर-बसहीं इलाके में कुछ लोगों ने रेड़ी पर मास्क बेचना शुरू कर दिया है। गुरुवार को जिन मास्क की कीमतें पांच से 10 रुपये तय की गई हैं, उसके लिए 40 से 50 रुपये तक वसूला जा रहा है। हालांकि एन-95 मास्क तो इन दुकानों पर है ही नहीं।